CG Board assignment- 06 class- 12th Economics solution (download pdf) || छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट- 06 कक्षा-12वीं अर्थशास्त्र पेपर सलूशन
CG Board Assignment- 06 Class-12th Economics Full Paper solution January 2022
छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट- 06 अर्थशास्त्र सम्पूर्ण पेपर सलूशन जनवरी 2022
CG Board Assignment -06 Class-12th Economics Paper Full Solution
नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट bandana classes.com पर. आज की पोस्ट में हम आपको CG board assignment -06 class 12th Economics (अर्थशास्त्र) का सलूशन बतायेंगे. हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आप लोगों को December महीने के CG board assignment - 06 के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध करवाएंगे. आप सभी विद्यार्थीगण हमारी वेबसाइट की सहायता से CG board assignment -06 class 12th और 12th के सभी विषयों के सलूशन और उनकी pdf भी प्राप्त कर पाएंगे. आप सभी को assignment -4 December month के क्लास 12th और क्लास 12th के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध कराये जायेंगे. cg board assignment- 06 में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिये हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com से. दोस्तों छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट -06 के सभी विषयों के पेपर के full solution हमारे यूट्यूब चैनल (YouTube Channel) Bandana Study Classes पर भी उपलब्ध हैं.
असाइनमेंट -06 किसे कहते हैं ? cg board assignment -06 का क्या मतलब है ?
Assignment शब्द को अर्थशास्त्र भाषा में अनेक नामों से जाना जाता है. उदाहरण के लिए - सत्रीय कार्य, दत्त कार्य अथवा प्रदत्त कार्य के नाम से भी जानते हैं. यह असाइनमेंट सभी विद्द्यार्थियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है. यदि आप cg board Assignment -3 को हल्के में ले रहे हैं तो यह गलत है क्योंकि इससे आपको बहुत ही अधिक नुकसान हो सकता है. इससे आपकी अंतिम ग्रेड भी प्रभावित होगी. cg board assignment 4 Class 12th and 12th answer pdf download आप सभी विद्द्यार्थी हमारी website की सहायता से Class -12th और Class -12th के cg board assignment 4 के सभी विषयों के उत्तर प्राप्त कर सकते हैं. यह असाइनमेंट केवल कक्षा -12वीं तथा कक्षा -12वीं के छात्रों के लिए जा रहे हैं.
Assignment -06में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ?
यदि आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ? तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए. यदि आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सर्वप्रथम आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन - किन चीज़ों की आवश्यकता होगी? cg board Assignment -1 and cg board Assignment -3में आपको यह ज्ञात हो गया होगा फिर भी आपकी जानकारी के लिए एक बार मैं आपको बता देता हूँ.
सर्वप्रथम आप बाजार से बड़े आकार के पेपर अथवा प्रोजेक्ट पेपर खरीद ले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीद ले. आप इस बात का ध्यान रखे कि आप लाल पेन का कदापि भी इस्तेमाल मत करें. असाइनमेंट लिखते समय कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए जो आपको नीचे बताई जा रही है.
Assignment – 06 लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें -
सबसे महत्वपूर्ण सूंदर हैंडराइटिंग में ही लिखे.
प्रश्न क़े अनुसार ही उत्तर लिखे.
अनावश्यक शब्दों का प्रयोग न करें.
लाल पेन का इस्तेमाल न करें.
असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों क़े उत्तर लिखें.
Assignment -06 का प्रथम पेज कैसे बनाये?
असाइनमेंट क़े फर्स्ट पेज को भरते समय अधिकतर छात्र गलती कर देते हैं. असाइनमेंट क़े प्रथम पेज में जो निर्देश आपको दिए जाते हैं उसी क़े अनुसार उसे आपको भरना होता है. उदाहरण क़े लिए पाठ्यक्रम का कोड, असाइनमेंट कोड, टॉपिक का नाम, आपका नाम और आपके पिता जी का नाम भी पुछा जा सकता है. यह सभी जानकारी बहुत ही सावधानी पूर्वक भरनी चाहिए. इसके बिना आपका Assignment स्वीकार नहीं किया जायेगा. प्रथम पेज पर सारी जानकारी भरने क़े बाद आप असाइनमेंट लिखना प्रारम्भ कर सकते हैं. असाइनमेंट लिखने क़े पहले आप यह भी जान लीजिये कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में ही लिखना होगा. आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने घर क़े किसी सदस्य से भी assignmnet नहीं लिखवा सकते. यदि बोर्ड को यह पता चलता है कि आपने अपना असाइनमेंट अपने घर क़े किसी मेंबर अथवा दोस्त से लिखवाया है तो आपका असाइनमेंट निरस्त भी किया जा सकता है. कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है. पर असाइनमेंट आपको खुद से ही लिखना होगा. आपको प्रत्येक assignmnet की एक अलग से फाइल बना लेनी है. अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर असाइनमेंट लिखना आरम्भ करते हैं तो आपका assignmnet बहुत ही आकर्षक तथा सबसे यूनिक होगा. उपर्युक्त सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना आरम्भ करें.
असाइनमेंट -06 को लिखते समय किन - किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
असाइनमेंट लिखने के पहले आप रफ़ कार्य जरूर करें
असाइनमेंट के हर एक प्रश्न को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखे. और इस बात का ध्यान रखे कि प्रश्न में जो पूछा गया है उसका उत्तर सबसे पहले दे और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखे.
प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले प्रश्न से सम्बंधित टॉपिक के बारे में अपनी किताब में पढ़े.
अगर हो सके तो चित्र का प्रयोग असाइनमेंट में अवश्य करे.
अपने उत्तर को असाइनमेंट में पॉइंट टो पॉइंट लिखे.
उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ख्याल रखे कि भाषा में त्रुटि न हो. मात्रा और व्याकरण सम्बन्धी गलतियों पर विशेष ध्यान दें.
असाइनमेंट में ज्यादा कलर का प्रयोग न करें.
छत्तीसगढ़ असाइनमेंट- 06 कक्षा 12वीं & 12वीं 2021 - 22
Solution all subject download pdf
प्रिय छात्रों यदि आप छतीशगढ बोर्ड के विद्द्यार्थी हैं तो आप यह जानते ही होंगे कि छत्तीसगढ़ बोर्ड विगत एक दो वर्ष से ही कक्षा दसवीं और बारहवीं के असाइनमेंट ले रहा हैं. इसके पूर्व आपके असाइनमेंट -1,2 और असाइनमेंट -3लिए जा चुके हैं. और अब आपके असाइनमेंट 4होना है. असाइनमेंट 4 के कक्षा 12वीं और कक्षा 12वीं के सभी विषय के सलूशन आपको हमारी वेबसाइट [ bandana classes.com] के माध्यम से मिल जायेंगे और आप सम्बंधित आंसर की pdf भी download कर पाएंगे.
[bandana classes.com ] वेबसाइट पर MP बोर्ड , UP बोर्ड ,Rajasthan बोर्ड और छत्तीसगढ़ बोर्ड से सम्बंधित सभी प्रमुख जानकारी आपको प्रदान की जाती है. इसलिए सभी प्रमुख जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट [bandana classes.com ] पर विजिट करते रहे. हमारी website पर आपको सभी विषयों से सम्बंधित पाठ्य - सामग्री भी मिल जाएगी और आपके सभी विषयों के assignment के solution भी मिल जायेंगे.
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल रायपुर शैक्षणिक सत्र 2021-22 माह जनवरी
असाइनमेंट – 06
कक्षा – 12
विषय – अर्थशास्त्र
पूर्णांक - 20
निर्देश :- दिए गए सभी प्रश्नों को निर्देशानुसार हल कीजिए ।
Instruction - Attempt all the questions as per given instructions.
प्रश्न 1. सरकारी बजट का अर्थ लिखिए। बजट के क्या उद्देश्य है ?
अंक - 4 शब्दसीमा 75-100
Q. 1. Write the meaning of government budget. What are the objectives of budget ?
उत्तर· – बजट का आशय भारत में केन्द्र सरकार के वार्षिक वित्तीय विवरण को 'संघीय बजट' कहा जाता है। यह पिछले वर्ष की वास्तविक प्राप्तियों तथा व्ययों का, वर्तमान वर्ष के संशोधित अपुमानों का और आगामी वर्ष के बजट अनुमानों का विवरण प्रस्तुत करता है।
सरकारी बजट के उद्देश्य सरकारी बजट के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं
1) आर्थिक विकास एक देश की विकास दर उसकी बचत एवं निवेश की दरों पर निर्भर करती है। इसलिए बजट का उद्देश्य बचत एवं निवेश को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रमों को लागू करना होता है।
2) आर्थिक संसाधनों का न्यायोचित आवंटन सरकार अपनी बजटीय नीतियों के माध्यम से देश की आर्थिक एवं सामाजिक प्राथमिकताओं के अनुसार अपने उपलब्ध संसाधनों के आवंटन का प्रयास करती है।
(3) आर्थिक स्थायित्व अर्थव्यवस्था में तेजी तथा मंदी के चक्र आते रहते हैं। जब अर्थव्यवस्था में तेजी होती है, तो सरकार बचत का बजट बनाती है अर्थात् अपने व्ययों में कमी लाती है तथा करों में वृद्धि करती है। इसके विपरीत जब अर्थव्यवस्था में मंदी होती है, तो सरकार घाटे का बजट बनाती है।
4) रोजगार के अवसरों में वृद्धि भारत जैसे देशों में जहाँ बेरोजगारी की समस्या है। वहीं बजटीय नीतियों का एक उद्देश्य रोजगारों की उपलब्धता में वृद्धि करना भी होता है।
प्रश्न 2. बजट निर्माण की प्रक्रिया की व्याख्या कीजिए।
Q. 2. Explain the process of budgetary procedure.
उत्तर – भारत में बजट बनाने की प्रक्रिया निम्नलिखित हैं
1). बजट की तैयारी (Preparation of the Budget)-बजट बनाने से पूर्व बजट की तैयारी की जाती है। वित्त मंत्रालय विभिन्न मंत्रालयों से अनुमानित आय-व्यय के लेखे माँगता है। ORT
2) बजट पेश करना (Presentation of the Budget)-बजट बन जाने के बाद उसे राज्यसभा क संसद के द्वारा पारित किया जाता है। जब तक बजट स्वीकृत नहीं हो जाता, यह प्रभावी नहीं माना जाता है। लोकसभा द्वारा बजट का पारित होना अनिवार्य है।
3) सामान्य बहस (General Discussion) वित्त मंत्री द्वारा पूरा भाषण पढ़ लेने के पश्चात् भाषण के लिए बहस का दिन अलग से तय कर दिया जाता है, जिस पर पक्ष एवं विपक्ष के सदस्यों द्वारा सामान्य रूप से चर्चा की जाती है।
4) मतदान (Voting) बजट पर सामान्य बहस हो जाने के बाद विभिन्न विभागों के मंत्री अपने-अपने विभागों के लिए अनुदान की मांग रखते हैं और इन पर अलग-अलग बहस होती है।
5) विनियोग विधेयक (Appropriation Bill)-बजट की माँगों पर बहस के पश्चात् विनियोजन विधेयक रखा जाता है, जिसमें करों के लगने के सभी प्रस्ताव होते हैं। नये कर लगाने तथा वर्तमान करों की दरों में वृद्धि करने के प्रस्तावों पर बहस होती है। जब लोकसभा में वित्त विधेयक पारित हो जाता है, तब उसे स्वीकृति के लिए राज्यसभा में भेज दिया जाता है।
प्रश्न 3. घाटे का बजट क्या है? घाटे के बजट के प्रकार लिखिए।
अंक-4 शब्दसीमा 75-100
उत्तर – घाटे के बजट से आशय उस स्थिति से है, जब सरकार बजट व्यय का सरकारी बजट प्राप्तियों से अधिक होता है अर्थात् जब राजस्व व्यय और पूँजीगत व्यय सरकारी आय राजस्व प्राप्तियों एवं पूँजीगत प्राप्तियों से अधिक होता है, तो यह बजट घाटे का कहलाएगा।
राजस्व घाटा- राजस्व घाटे से अभिप्राय, राजस्व प्राप्तियों की तुलना में राजस्व व्यय का अधिक होना है। इस प्रकार सरकारी खाते में बचत नहीं होती है और अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्र में बचत का प्रयोग जिससे सरकार के उपभोग व्यय के एक की वित्तीय आपूर्ति की जा सके।
राजस्व घाटा = कुल राजस्व व्यय – कुल राजस्व प्राप्तियाँ
2). राजकोषीय घाटा – बजट में राजकोषीय घाटा घाटे का एक प्रमुख मापदण्ड है। राजकोषीय घाटे का अर्थ है कि राजस्व प्राप्तियाँ तथा अन्य उधार रहित पूँजीगत प्राप्तियों जैसे ऋण की वसूली, अनुदान की तुलना में कुल व्यय की अधिक होना है।
राजकोषीय घाटा = कुल व्यय – राजस्व प्राप्तियाँ उधार रहित पूँजीगत प्राप्तियाँ – राजस्व प्राप्तियाँ
3). प्राथमिक घाटा – राजकोषीय घाटे में से व्याज के भुगतान को घटाकर प्राथमिक घाटा प्राप्त होता है, यह सफल प्राथमिक घाटा कहलाता है। निबल प्राथमिक घाटा ज्ञात करने के लिए सकल प्राथमिक घाटे में से व्याज प्राप्तियाँ घटानी होंगी, अर्थात्
सफल प्राथमिक घाटा राजकोषीय घाटा भुगतान व्याज
निबल प्राथमिक घाटा सफल प्राथमिक घाटा व्याज प्राप्तियाँ
Q. 3. What is deficit's budget? Write the types of deficit budget.
प्रश्न 4. संतुलित बजट और असंतुलित बजट में अन्तर स्पष्ट कीजिए। अंक-4 शब्दसीमा 75-100
Q. 4. Distinguish between balanced budget and unbalanced budget.
उत्तर- बजट सन्तुलित और असन्तुलित दोनों प्रकार का हो सकता है। जब सरकारी राजस्व और खर्च समान हों, तब सरकारी बजट सन्तुलित कहलाता है। जब राजस्व की तुलना में खर्च अधिक या कम होता है, तो बजट असन्तुलित कहलाता है। राजस्व से अधिक खर्च होने से बजट घाटे का तथा खर्च से अधिक राजस्व प्राप्त होने पर बचत का बजट होता है।
घाटे के बजट के अन्तर्गत घाटे की राशि को जनता से उधार लेकर अथवा सरकार के पास एकत्रित कोषों से धन निकालकर पूरा किया जाता है। इस प्रकार घाटे का बजट सरकार के दायित्व में वृद्धि करता है अथवा आरक्षित धन को कम करता है। इसके विपरीत बचत के बजट के मामले में बेकार से सार्वजनिक ऋण कम होते हैं या सरकार के एकत्रित कोषों में वृद्धि होती है। इस प्रकार बचत के लिए सरकार अर्थव्यवस्था में जितना धन लगाती है, उससे अधिक प्राप्त कर लेती है। बचत का बजट अर्थव्यवस्था में बढ़ती हुई माँग को कम करता है और मूल्य स्तर में कमी लाता है, इसलिए मुद्रास्फीति के समय बचत के बजट को अपनाना चाहिए।
प्रश्न 5 बजट के प्रमुख संघटक कौन से है ? समझाइए
अंक-4 शब्दसीमा 75-100
Q. 5. What is the main components of budget? Explain.
उत्तर – बजट के मुख्य अंग है
1. सार्वजनिक आय (Public Revenue
2. सार्वजनिक व्यय (Public SUPPORT
सार्वजनिक आय (Public Revenue)
सार्वजनिक आय से तात्पर्य, सरकार की उन सभी मौद्रिक प्राप्तियों से है, जो सरकारी व्यय के लिए आवश्यक है। सार्वजनिक आय को दो भागों में बाँटा जाता है।
चालू आय प्राप्तियाँ (Revenue Receipts)
जैसे- कर, फीस, सरकारी उद्यमों की आय, इत्यादि
पूँजीगत प्राप्तियाँ (Capital Receipts)
जैसे- सार्वजनिक ऋण, सरकारी अनुदान इत्यादि
सार्वजनिक आय के कर साधन (Tax Sources of Public Revenue)
कर ( Tax) कर एक ऐसा अनिवार्य भुगतान है, जो आवश्यक रूप से सरकार को उसके बनाए गए कानूनों के अनुसार दिया जाता है। इसके बदले में किसी सेवा प्राप्ति की आशा नहीं की जा सकती। यदि कोई व्यक्ति उस पर लगाए कर को नहीं चुकाता तो उसे कानून के अनुसार दण्ड मिलता है।
प्रत्यक्ष कर (Direct Tax)-प्रत्यक्ष कर वे कर होते हैं जिनका भुगतान एक ही बार में कर दिया जाता है तथा वे ही व्यक्ति उनका भुगतान करते हैं जिन पर वह लगाया जाता है।
उदाहरणार्थ- आयकर, निगम कर, सम्पत्ति कर, मृत्यु कर आदि
अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) अप्रत्यक्ष कर वे कर होते हैं जिनका भुगतान दूसरे व्यक्तियों के द्वारा करवाया जाता है। उदाहरणार्थ बिक्री कर, आयात एवं निर्यात कर, उत्पाद कर, आदि।
(B) सार्वजनिक आय के गैर-कर साधन
फीस, लाइसेंस तथा परमिट (Fees, License and Permit) सरकार की गैर-कर आय का एक मुख्य साधन शुल्क (फीस), लाइसेंस तथा परमिट से प्राप्त आय है
शुल्क (Fees) – सरकार द्वारा व्यक्तियों को प्रदान की जाने वाली सेवाओं के लिए दिया गया भुगतान शुल्क कहलाता है।
उदाहरणार्थ- भूमि की रजिस्ट्रेशन फीस, जन्म तथा मृत्यु के रजिस्ट्रेशन की फीस, पासपोर्ट की फीस, कोर्ट फीस आदि।
लाइसेंस तथा परमिट (License and Permit)
– व्यक्तियों को कुछ कार्य करने की अनुमति देने के लिए उनसे जो भुगतान लिया जाता है, उसे लाइसेंस या परमिट फीस कहा जाता है। जैसे- ड्राइविंग लाइसेंस, आयात लाइसेंस।
सरकारी उद्यमों से आय (Income from Public Enterprises)- सरकार कई प्रकार के उद्यमों जैसे रेलवे, बिजली पूर्ति, कई प्रकार के कारखानों जैसे-जंगल का खाद कारखाना, इंडियन आयल, भिलाई इस्पात कारखाना आदि की मालिक होती है।
2. सार्वजनिक व्यय (Public Expenditure)
सार्वजनिक व्यय से तात्पर्य, उन समस्त व्ययों से है, जिन्हें किसी देश की केन्द्रीय राज्य तथा स्थानीय सरकारें एक वित्तीय वर्ष में अपने प्रशासन, सामाजिक कल्याण, आर्थिक विकास तथा अन्य देशों की सहायता के लिए करती हैं।
विकासात्मक व्यय (Development Expenditure ) – विकासात्मक व्यय वह व्यय है जो आर्थिक विकास तथा सामाजिक कल्याण के लिये किया जाता है। इसके अन्तर्गत शिक्षा, चिकित्सा, उद्योग, कृषि, परिवहन, सड़कों, नहरों, ग्रामीण विकास, जल कल्याण, बिजली आदि के विकास पर खर्च की जाने वाली धन राशि को शामिल किया जाता है।
(2) गैर-विकासात्मक व्यय (Non Development Expenditure)-गैर-विकासात्मक व्यय, वह व्यय है जो सरकार के प्रशासन की सुरक्षा कानून व्यवस्था आदि पर खर्च किया जाता है। इसके अन्तर्गत कर्म चारियों के वेतन, सेना, पुलिस, जेल, कानून व्यवस्था, कर वसूल करने पर खर्च, ऋण पर व्याज, पेंशन आदि पर किया जाने वाला व्यय शामिल होता है।
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