CG Board assignment- 06 class- 12th Biology solution (download pdf) || छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट- 06 कक्षा-12वीं जीव विज्ञान पेपर सलूशन
CG Board Assignment- 06 Class-12th Biology Full Paper solution January 2022
छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट- 06 जीव विज्ञान सम्पूर्ण पेपर सलूशन जनवरी 2022
CG Board Assignment -06 Class-12th Biology Paper Full Solution
नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com पर. आज की पोस्ट में हम आपको CG board assignment -06 class 12th Biology (जीव विज्ञान) का सलूशन बतायेंगे. हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आप लोगों को December महीने के CG board assignment - 06 के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध करवाएंगे. आप सभी विद्यार्थीगण हमारी वेबसाइट की सहायता से CG board assignment -06 class 12th और 12th के सभी विषयों के सलूशन और उनकी pdf भी प्राप्त कर पाएंगे. आप सभी को assignment -4 December month के क्लास 12th और क्लास 12th के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध कराये जायेंगे. cg board assignment- 06 में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिये हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com से. दोस्तों छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट -06 के सभी विषयों के पेपर के full solution हमारे यूट्यूब चैनल (YouTube Channel) Bandana Study Classes पर भी उपलब्ध हैं.
असाइनमेंट -06 किसे कहते हैं ? cg board assignment -06 का क्या मतलब है ?
Assignment शब्द को जीव विज्ञान भाषा में अनेक नामों से जाना जाता है. उदाहरण के लिए - सत्रीय कार्य, दत्त कार्य अथवा प्रदत्त कार्य के नाम से भी जानते हैं. यह असाइनमेंट सभी विद्द्यार्थियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है. यदि आप cg board Assignment -3 को हल्के में ले रहे हैं तो यह गलत है क्योंकि इससे आपको बहुत ही अधिक नुकसान हो सकता है. इससे आपकी अंतिम ग्रेड भी प्रभावित होगी. cg board assignment 4 Class 12th and 12th answer pdf download आप सभी विद्द्यार्थी हमारी website की सहायता से Class -12th और Class -12th के cg board assignment 4 के सभी विषयों के उत्तर प्राप्त कर सकते हैं. यह असाइनमेंट केवल कक्षा -12वीं तथा कक्षा -12वीं के छात्रों के लिए जा रहे हैं.
Assignment -06में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ?
यदि आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ? तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए. यदि आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सर्वप्रथम आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन - किन चीज़ों की आवश्यकता होगी? cg board Assignment -1 and cg board Assignment -3में आपको यह ज्ञात हो गया होगा फिर भी आपकी जानकारी के लिए एक बार मैं आपको बता देता हूँ.
सर्वप्रथम आप बाजार से बड़े आकार के पेपर अथवा प्रोजेक्ट पेपर खरीद ले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीद ले. आप इस बात का ध्यान रखे कि आप लाल पेन का कदापि भी इस्तेमाल मत करें. असाइनमेंट लिखते समय कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए जो आपको नीचे बताई जा रही है.
Assignment – 06 लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें -
सबसे महत्वपूर्ण सूंदर हैंडराइटिंग में ही लिखे.
प्रश्न क़े अनुसार ही उत्तर लिखे.
अनावश्यक शब्दों का प्रयोग न करें.
लाल पेन का इस्तेमाल न करें.
असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों क़े उत्तर लिखें.
Assignment -06 का प्रथम पेज कैसे बनाये?
असाइनमेंट क़े फर्स्ट पेज को भरते समय अधिकतर छात्र गलती कर देते हैं. असाइनमेंट क़े प्रथम पेज में जो निर्देश आपको दिए जाते हैं उसी क़े अनुसार उसे आपको भरना होता है. उदाहरण क़े लिए पाठ्यक्रम का कोड, असाइनमेंट कोड, टॉपिक का नाम, आपका नाम और आपके पिता जी का नाम भी पुछा जा सकता है. यह सभी जानकारी बहुत ही सावधानी पूर्वक भरनी चाहिए. इसके बिना आपका Assignment स्वीकार नहीं किया जायेगा. प्रथम पेज पर सारी जानकारी भरने क़े बाद आप असाइनमेंट लिखना प्रारम्भ कर सकते हैं. असाइनमेंट लिखने क़े पहले आप यह भी जान लीजिये कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में ही लिखना होगा. आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने घर क़े किसी सदस्य से भी assignmnet नहीं लिखवा सकते. यदि बोर्ड को यह पता चलता है कि आपने अपना असाइनमेंट अपने घर क़े किसी मेंबर अथवा दोस्त से लिखवाया है तो आपका असाइनमेंट निरस्त भी किया जा सकता है. कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है. पर असाइनमेंट आपको खुद से ही लिखना होगा. आपको प्रत्येक assignmnet की एक अलग से फाइल बना लेनी है. अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर असाइनमेंट लिखना आरम्भ करते हैं तो आपका assignmnet बहुत ही आकर्षक तथा सबसे यूनिक होगा. उपर्युक्त सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना आरम्भ करें.
असाइनमेंट -06 को लिखते समय किन - किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
असाइनमेंट लिखने के पहले आप रफ़ कार्य जरूर करें
असाइनमेंट के हर एक प्रश्न को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखे. और इस बात का ध्यान रखे कि प्रश्न में जो पूछा गया है उसका उत्तर सबसे पहले दे और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखे.
प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले प्रश्न से सम्बंधित टॉपिक के बारे में अपनी किताब में पढ़े.
अगर हो सके तो चित्र का प्रयोग असाइनमेंट में अवश्य करे.
अपने उत्तर को असाइनमेंट में पॉइंट टो पॉइंट लिखे.
उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ख्याल रखे कि भाषा में त्रुटि न हो. मात्रा और व्याकरण सम्बन्धी गलतियों पर विशेष ध्यान दें.
असाइनमेंट में ज्यादा कलर का प्रयोग न करें.
छत्तीसगढ़ असाइनमेंट- 06 कक्षा 12वीं & 12वीं 2021 - 22
Solution all subject download pdf
प्रिय छात्रों यदि आप छतीशगढ बोर्ड के विद्द्यार्थी हैं तो आप यह जानते ही होंगे कि छत्तीसगढ़ बोर्ड विगत एक दो वर्ष से ही कक्षा दसवीं और बारहवीं के असाइनमेंट ले रहा हैं. इसके पूर्व आपके असाइनमेंट -1,2 और असाइनमेंट -3लिए जा चुके हैं. और अब आपके असाइनमेंट 4होना है. असाइनमेंट 4 के कक्षा 12वीं और कक्षा 12वीं के सभी विषय के सलूशन आपको हमारी वेबसाइट [ bandana classes.com] के माध्यम से मिल जायेंगे और आप सम्बंधित आंसर की pdf भी download कर पाएंगे.
[bandana classes.com ] वेबसाइट पर MP बोर्ड , UP बोर्ड ,Rajasthan बोर्ड और छत्तीसगढ़ बोर्ड से सम्बंधित सभी प्रमुख जानकारी आपको प्रदान की जाती है. इसलिए सभी प्रमुख जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट [bandana classes.com ] पर विजिट करते रहे. हमारी website पर आपको सभी विषयों से सम्बंधित पाठ्य - सामग्री भी मिल जाएगी और आपके सभी विषयों के assignment के solution भी मिल जायेंगे.
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल, रायपुर
शैक्षणिक सत्र 2021-22 माह जनवरी
असाइनमेंट 06
कक्षा - बारहवीं
विषय – जीवविज्ञान
पूर्णांक-20
Instruction - Attempt all the questions as per given instructions.
निर्देश :- दिए गए सभी प्रश्नों को निर्देशानुसार हल कीजिए।
प्रश्न 1. अम्ल वर्षा क्या है? मनुष्य पर पड़ने वाले इसके तीन प्रभावों को लिखिये।
अंक 4 शब्दसीमा 75-100
Q.1.What is acid rain? Write its any three effects on humen being.
उत्तर –
अम्ल वर्षा (ACID RAIN) की परिभाषा –
अम्ल वर्षा (acid rain) का वास्तविक अर्थ उस वर्षा, हिम, ओला और कुहरा से है जिसमें कार्बन डाइ ऑक्साइड (CO2) के अतिरिक्त सल्फर डाइऑक्साइड (SO2) तथा नाइट्रोजन के ऑक्साइड (NOx) घुले हों, जिनसे तनु सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) तथा नाइट्रिक अम्ल (HNO3) बनते हैं, किन्तु व्यापक दृष्टि से पौधों तथा इमारतों द्वारा SO2 तथा NO का absorption भी इसमें सम्मिलित कर लिया जाता है.
इस तरह अम्ल वर्षा (acid rain) में योगदान करने वाले प्रदूषकों में S02 तथा NO2 मुख्य हैं. अब वाष्पशील कार्बनिक यौगिकों पर भी ध्यान दिया जाने लगा है. उष्ण कटिबंध में तथा NO की पारस्परिक क्रिया से ओजोन (03) तथा अन्य ऑक्सीकारक बनते हैं.
अम्ल वर्षा (ACID RAIN) के कुप्रभाव
1. अम्ल वर्षा (acid rain) से जलसाधन प्रदूषित होते हैं जिससे जल में रहने वाले जीवों में से मछलियाँ सर्वाधिक प्रभावित हुई हैं.
2. अम्ल वर्षा (acid rain) से जंगलों को क्षति पहुँची है. पश्चिमी जर्मनी के तीन चौथाई जंगलों को अम्ल वर्षा (acid rain) से हानि पहुँची है.
3. इमारतों को भी अम्ल वर्षा (acid rain) से नुकसान पहुँचता है. मुख्यतया SO2 चूना पत्थर द्वारा अवशोषित होकर उसे जिप्सम में बदल देती है जिससे दरारें पड़ जाती हैं.
4. अम्ल वर्षा (acid rain) का एक अन्य कुप्रभाव संक्षारण (Corrosion) के रूप में देखा जाता है. इससे ताँबें की बनी नालियाँ प्रभावित होती हैं और मिट्टी में से अलमुनियम (AI) घुलने लगता है. यही नहीं सीसा (Pb) कैडमियम (Cd) तथा पारद (Hg) भी घुलकर जल को जहरीला बनाते हैं.
प्रश्न 2. जैव निम्नीकरण एवं अनिम्नीकरण प्रदूषकों में अंतर लिखो। अंक 4 शब्दसीमा 75-100
Q.2.Write differences between Biodegradable and nondegradable Pollutants.
उत्तर:
जैव निम्नीकरणीय
(1) ये वे अपशिष्ट पदार्थ है जिन्हें हानि रहित पदार्थों में तोड़ा जा सकता है जैस-गोबर
(2) ये पदार्थ जीवाणुओं, बैक्टीरिया द्वारा अपघटित हो जाते हैं और इस प्रकार पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन बनाये रखते हैं।
अजैव निम्नीकरणीय
(1) ये वे अपशिष्ट पदार्थ हैं जिन्हें हानिरहित पदार्थों में नहीं तोड़ा जा सकता है। जैसे-डी० डी० टी०, प्लास्टिक आदि।
(2) ये पदार्थ बैक्टीरिया जैसे जीवाणुओं द्वारा अपघटित नही होते हैं।
जैव निम्नीकरण प्रदूषक
(1) इनका सरंचना व रूप बदल जाता है।
(2) ये पदार्थ जीवाणुओं,बैक्टीरिया द्वारा अपघटित हो जाते हैं और इस प्रकार पारिस्थितिक तंत्र में संतुलन बनाये रखते हैं।
अजैव निम्नीकरण प्रदूषक
(2) इनका सरंचना व रूप निश्चित रहती है।
(2) ये पदार्थ बैक्टीरिया जैसे जीवाणुओं द्वारा अपघटित नही होती हैं।
प्रश्न 3.रेडियोसक्रिय प्रदूषण क्या है? रेडियोसक्रिय प्रदूषण के प्रभावों को लिखिये। अंक 4 शब्दसीमा 75-100
Q. 3.What is radioactive Pollution? Write radioactive pollution effects.
रेडियोधर्मी प्रदूषण तब होता है जब वायुमंडल या वातावरण में रेडियोधर्मी पदार्थों की उपस्थिति हो जाती है, खासकर जहां उनकी उपस्थिति आकस्मिक होती है और जब यह रेडियोधर्मी क्षय के कारण पर्यावरणीय खतरा प्रस्तुत करता है।
रेडियोधर्मी पदार्थों के कारण होने वाला विनाश, खतरनाक आयनकारी विकिरण (रेडियोधर्मी क्षय) जैसे बीटा या अल्फा कणों, गामा किरणों या वातावरण में न्यूरॉन्स के उत्सर्जन के कारण होता है।
रेडियोधर्मी प्रदूषण को जीवित जीवों और उनके पर्यावरण के भौतिक प्रदूषण के रूप में परिभाषित किया गया है, जो परमाणु विस्फोट और परमाणु हथियारों के परीक्षण, परमाणु हथियार उत्पादन, रेडियोधर्मी अयस्कों के खनन, हैंडलिंग और निपटान के दौरान पर्यावरण में रेडियोधर्मी पदार्थों की रिहाई के परिणामस्वरूप होता है।
1. विभिन्न बीमारियाँ
कैंसर सबसे प्रमुख विकिरण से संबंधित बीमारी है। यह वर्षों में विकसित हुआ है और वैश्विक स्वास्थ्य में काफी जोखिम पैदा करता है।
इसके अलावा ल्यूकेमिया, एनीमिया, रक्तस्राव, जीवन काल में कमी से समय से पहले बूढ़ा होना और समय से पहले मौत के साथ-साथ हृदय संबंधी जटिलताओं जैसे अन्य शामिल हैं। उदाहरण के लिए, ल्यूकेमिया, अस्थि मज्जा में विकिरण के कारण होता है।
2. आनुवंशिक उत्परिवर्तन
आनुवांशिकी की बात करें तो विकिरण का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह समय के दौरान आनुवंशिक टूटने के लिए अग्रणी डीएनए किस्में को नुकसान पहुंचाता है। डीएनए की संरचना में परिवर्तन के लिए अग्रणी आनुवंशिक उत्परिवर्तन की डिग्री विकिरण के स्तर के कारण भिन्न होती है जो एक प्रकार के संपर्क में आ जाती है।
इस घटना में कि एक मानव या एक जानवर वायुमंडल से बहुत अधिक विकिरण के संपर्क में है, भोजन का सेवन किया जाता है और यहां तक कि पानी का उपयोग किया जाता है, तो संभावना है कि उनके शरीर ने पहले ही विकिरण को अवशोषित कर लिया है। एक बार शरीर में, यह सक्रिय रहता है क्योंकि ऊर्जा नष्ट नहीं हो सकती है।
परिणामस्वरूप उत्परिवर्तन कैंसर के लिए एक अतिसंवेदनशील बनाता है। गर्भवती महिलाओं के लिए, जन्म लेने वाले बच्चों में आनुवंशिक उत्परिवर्तन के कारण जन्म के दौरान कम वजन जैसे प्रतिकूल दोष होते हैं। विच्छेदित जन्मों और बच्चों में अंधेपन जैसी दुर्बलता जैसे प्रभाव भी बताए गए हैं। विकिरण के प्रभाव के रूप में बांझपन का भी उल्लेख किया गया है।
3. मिट्टी का बांझपन
वायुमंडल में विकिरण के संपर्क का मतलब है कि यह मिट्टी में भी मौजूद है। मिट्टी में रेडियोधर्मी पदार्थ उन पोषक तत्वों के विनाश के लिए अग्रणी विभिन्न पोषक तत्वों के साथ मिलकर प्रतिक्रिया करते हैं, इस प्रकार मिट्टी को बांझ और अत्यधिक विषाक्त बनाते हैं। इस तरह की मिट्टी फसलों की फसल की ओर ले जाती है जो विकिरण से ग्रस्त हैं और इस प्रकार दोनों मनुष्यों और जानवरों द्वारा खपत के लिए अयोग्य हैं।
ऐसी मिट्टी से उगने वाले पौधों को भी आनुवंशिक रूप से संशोधित किया जाता है। चूंकि ये खाद्य श्रृंखला के आधार पर हैं, इसलिए शाकाहारी इनका सेवन करते हैं और विकिरण के स्तर को बनाए रखते हैं। शेर, गिद्ध जैसे मांसाहारी लोग इनका सेवन करते हैं और विकिरण के अपने स्तर को बढ़ाते हैं जीवविश्लेषण की अवधारणा के माध्यम से समझाया गया है।
4. कोशिका का विनाश
• रेडियोधर्मी प्रदूषण के विभिन्न प्रभाव हैं जैसे कि कोशिकाओं का परिवर्तन। जीवित जीवों के शरीर इस मायने में विशिष्ट हैं कि एक एकल शरीर में लाखों कोशिकाएँ होती हैं, जहाँ प्रत्येक का उद्देश्य पूरा करना होता है।
विकिरण विभिन्न अंगों और अंग प्रणालियों के स्थायी नुकसान के लिए मौजूद कोशिकाओं को विकृत करता है। बहुत अधिक विकिरण की वजह से स्थायी बीमारियां और यहाँ तक की मृत्यु अपरिहार्य हैं।
प्रश्न 4 जैवविविधता क्या है? जैवविविधता के कोई तीन लाभ लिखिये अंक 4 शब्दसीमा 75-100
Q.4.What is biodiversity? Write any three benefit of biodiversity.
उत्तर
जैव विविधता – जीवन और विविधता के संयोग से निर्मित शब्द है जो आम तौर पर पृथ्वी पर मौजूद जीवन की विविधता और परिवर्तनशीलता को संदर्भित करता है। संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (युएनईपी) के अनुसार जैवविविधता biodiversity विशिष्टतया अनुवांशिक, प्रजाति तथा पारिस्थितिक तंत्र के विविधता का स्तर मापता है। जैव विविधता किसी जैदिक तंत्र के स्वास्थ्य का द्योतक है। पृथ्वी पर जीवन आज लाखों विशिष्ट जैविक प्रजातियों के रूप में उपस्थित हैं। सन् 2010 को जैव विविधता का अंतरराष्ट्रीय वर्ष घोषित किया गया है। जैव विविधता एक प्राकृतिक संसाधन है जिससे हमारी जीवन की सम्पूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति होती है।"
जैवविविधता: विशेषताएं और लाभ
1. a fafuar afata (Features of Biodiversity)
2. जीव प्रजातियों का वर्गीकरण (Categorization of Species of Biodiversity)
3. लाभ (Benefits )
4. जैविक विविधता का ह्रास तथा जीव प्रजातियों का लुप्त होना (Biodiversity Loss and Extinction of Species).
प्रश्न 5.निम्नलिखित के बारे में संक्षेप में चर्चा करें।
(1) पवित्र स्थल
(2) जैवमंडल रिजर्व
Q. 5.Discuss briefly the following.
(1) Sacred Groves (2) Biosphere Reserve
नंदा देवी मंदिर
नंदा देवी मंदिर का निर्माण चंद राजाओं द्वारा किया गया था। देवी की मूर्ति शिव मंदिर के डेवढ़ी में स्थित है और स्थानीय लोगों द्वारा बहुत सम्मानित है। हर सितंबर में अल्मोड़ा नंदादेवी मेला के लिए इस मंदिर में हजारों हजारों भक्तों की भीड़ रहती हैं, मेला 400 से अधिक वर्षों तक इस मंदिर का अभिन्न हिस्सा है।
नन्दा देवी मंदिर अल्मोड़ा
कासार देवी उत्तराखंड के अल्मोड़ा के पास एक गांव है। यह कासार देवी मंदिर, कासार देवी को समर्पित एक देवी मंदिर के लिए जाना जाता है, जिसके बाद यह स्थान भी नामित किया गया है। मंदिर की संरचना की तारीखें 2 शताब्दी सी.ई. की हैं, 1890 के दशक में स्वामी विवेकानंद ने कासार देवी का दौरा किया और कई पश्चिमी साधक, सुनिता बाबा, अल्फ्रेड सोरेनसेन और लामा अनागारिक गोविंदा यहाँ आ चुके हैं। 1960 और 1970 के दशक में हिप्पी आंदोलन के दौरान यह एक लोकप्रिय स्थान था जो गांव के बाहर
गोलू देवता का प्रसिद्ध चित्तई मंदिर
अल्मोड़ा से लगभग 8 किमी दूर स्थित चिताई गोलू उत्तराखंड में एक प्रसिद्ध मंदिर है| गोलु जी देवता की अध्यक्षता में गौर भैरव के रूप में भगवान शिव विराजमान हैं। चित्तई मंदिर को इसकी परिसर में लटकी तांबे की घंटियों द्वारा आसानी से पहचाना जा सकता है। गोलू जी को न्याय का भगवान माना जाता है और यह एक आम धारणा है कि जब कोई व्यक्ति उत्तराखंड में आपके किसी मंदिर में पूजा करता है तो गोलू • देवता उसे न्याय प्रदान करते हैं और अपने भक्तों की इच्छा पूरी करते हैं।
झूला देवी मंदिर, रानीखेत
रानीखेत और आसपास के क्षेत्र के लिए आशीर्वाद है यहाँ स्थित झूला देवी मंदिर पवित्र मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है और इसे झूला देवी के रूप में नामित किया गया है क्योंकि यहाँ प्रसिद्ध देवी को पालने पर बैठा देखा जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार यह मंदिर 700 वर्ष पुराना है और 1959 में मूल देवी चोरी हो गई थी। चिताई गोलू मंदिर की तरह इस मंदिर को इसके परिसर में लटकी घंटियों की संख्या से पहचाना जाता है। यह माना जाता है कि झूला देवी अपने भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती हैं और इच्छाऐं पूरी होने के बाद, भक्त यहाँ तांबे की घंटी चढाते हैं।
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