UP Board Class 11th Economics Model Paper 2023 || कक्षा 11वीं अर्थशास्त्र मॉडल पेपर यूपी बोर्ड परीक्षा 2023
UP Board Class 11th Economics Model Paper full solution 2023 || कक्षा 11वीं अर्थशास्त्र मॉडल पेपर संपूर्ण हल यूपी बोर्ड परीक्षा 2023
up board class 11th economics model paper 2023 || यूपी बोर्ड कक्षा 11वीं अर्थशास्त्र मॉडल पेपर 2023
यूपी बोर्ड वार्षिक परीक्षा पेपर 2023
कक्षा-11वी
विषय - अर्थशास्त्र
समय: 3:00 घण्टे पूर्णांक : 100
निर्देश: सभी प्रश्न अनिवार्य है।
खण्ड- 'क'
बहुविकल्पीय प्रश्न
1.निम्न में से वर्गीकरण का उद्देश्य नहीं है-
(क) सरल एवं संक्षिप्त बनाना
(ख) उपयोगिता बढ़ाना
(ग) आंकड़ों को जटिल बनाना
(घ) असमानता एवं समानता स्पष्ट करना
उत्तर –(ग) आंकड़ों को जटिल बनाना
2.द्वितीयक आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं-
(क) शोधकर्ता से
(ख) साक्षात्कार से
(ग) क्षेत्र से
(घ) प्रकाशित स्रोतों से
उत्तर –(घ) प्रकाशित स्रोतों से
3.दण्ड- चित्र के प्रकार हैं-
(क) एक
(ख) दो
(ग) चार
(घ) पाँच
उत्तर –(ख) दो
4.निम्नलिखित समंकों में माध्यिका क्या है- 8, 12, 15, 18, 24
(क) 8
(ख) 12
(ग) 15
(घ) 24
उत्तर –(ग) 15
5. "अर्थशास्त्र विज्ञान एवं कला दोनों हैं" निम्न में से ये किसका मानना है-
(क) बेन्हम
(ख) फर्गुसन
(ग) पीटरसन
(घ) ये सभी
लघु उत्तरीय प्रश्न
6. चित्रमय प्रस्तुतीकरण को समझाइए ।
उत्तर –चित्रीय प्रस्तुतीकरण- इस विधि में पाठ्य तथा सारणीपन प्रस्तुतीकरण कि तुलना में आँकड़ों के द्वारा आँकड़ों का प्रभावपूर्ण और काल्पनिक तथा तुलनात्मक अध्ययन आसान हो जाता है।
ज्यामितीय चित्र- इस श्रेणी में दण्ड आरेख तथा वृत्तीय आरेख आते हैं। दण्ड आरेख- दण्ड आरेख प्रत्येक वर्ग के आँकड़ों के लिये आयताकार दण्ड का समूह है।
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7.प्राथमिक एवं द्वितीयक आंकड़ों को समझाइए ।
उत्तर –प्राथमिक आंकड़े वे मौलिक आंकड़े होते हैं जिन्हें अनुसंधानकर्ता या उसके द्वारा नियुक्त प्रगणक स्वयं सकत्र करते हैं।
द्वितीयक आंकड़े – वे आंकड़े जिन्हें अनुसंधानकर्ता किसी अन्य संस्था द्वारा पहले से एकत्रित किए गए आंकड़ों से प्राप्त करता है, द्वितीयक आंकड़े कहलाते हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्न- II
8. अर्थशास्त्र की सीमाओं का उल्लेख कीजिए।
उत्तर –अर्थशास्त्र की सीमाएँ
आर्थिक नियम कम निश्चित होते है। अर्थशास्त्र विज्ञान तथा कला दोनों है। अर्थशास्त्र केवल मानवीय क्रियाओं का अध्ययन करता है।
9. समान्तर माध्य की गणना हेतु प्रत्यक्ष विधि एवं अप्रत्यक्ष विधि (व्यक्तिगत श्रेणी का सूत्र लिखिए।
उत्तर –इस विधि मे सूत्र समान्तर माध्य x=∑fx/∑f का ही प्रयोग होता है परंतु यहां 'x' चर का पद न होकर वर्ग-अंतराल (class-interval) का मध्यमान (Mid-value) होता है। अर्थात यहां ∑fx प्रत्येक वर्ग-अंतराल के मध्यमान तथा उसकी संगत बारम्बारता के गुणनफलो का योगफल होता है और ∑f सभी बारम्बारताओं का योगफल होता है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
10. अर्थशास्त्र की प्रकृति एवं स्वभाव से आप क्या समझते हैं? विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
उत्तर –अर्थशास्त्र की प्रकृति विज्ञान, कला अथवा विज्ञान एवं कला दोनों ही हो सकती हैं। अत: अर्थशास्त्र की प्रकृति को समझने के लिए सर्वप्रथम हमें विज्ञान एवं कला के अर्थों को समझना परमावश्यक है। विज्ञान का अर्थ- किसी भी विषय के क्रमबद्ध ज्ञान को विज्ञान कहते हैं जो वैज्ञानिक अवलोकन अन्वेषण एवं प्रयोग पर आधारित हों।
11. समान्तर माध्य का अर्थ स्पष्ट कीजिए। इसके गुण-दोषों को समझाइए ।
उत्तर – जब किसी श्रेणी के पदों को जोड़कर पदों की संख्या से भाग दे दिया जाता है। तो प्राप्त परिणाम मध्यक, औसत या समांतर माध्य कहलाता है। सांख्यिकी हो या गणित हो या किसी भी अनुसंधान द्वारा प्राप्त समंकों की गणना व विश्लेषण करना हो।
समांतर माध्य के दोष (samantar madhya ke dosh) निम्नलिखित हैं -
(1) इसमें प्रत्येक पदों को समान महत्व दिया जाता है। जिस कारण ऐसे पदों को भी अत्यधिक महत्व मिल जाता है जो उतने महत्वपूर्ण नहीं होते।
(2) समांतर माध्य की गणना करते समय वास्तविक मूल्यों का होना अत्यंत आवश्यक होता है। जिस कारण इसका उपयोग गुणात्मक सामग्री के अध्ययन में नहीं किया जा सकता।
(3) समांतर माध्य में एक कमी यह है कि इसका चित्रों द्वारा प्रदर्शन संभव नहीं है।
(4) समांतर माध्य की गणना केवल अवलोकन से संभव नहीं है।
(5) समांतर माध्य, दर, अनुपात एवं वृद्धि जैसे विषयों के अध्ययन में उपयुक्त नहीं होती।
(6) कभी कभी मध्य-मूल्य के स्वर अशुद्ध निष्कर्ष प्राप्त होते हैं।
(7) समांतर माध्य को सामान्य तौर पर देखा जाए तो यह एक अवास्तविक संख्या होती है।
(8) समांतर माध्य को बहुलक व मध्यिका की भाँति निरीक्षण करके ज्ञात नहीं किया जा सकता है।
समांतर माध्य की प्रमुख विशेषताएँ (Samantar madhya visheshtaye) निम्नलिखित हैं-
1) समांतर माध्य से लिये गए सभी विचलनों का योग शून्य होगा। तथा विचलनों का वर्ग योग न्युनतम होगा।
2) समांतर माध्य की गणना में यदि दो तथ्य मालूम है, तो तीसरे को ज्ञात किया जाता है।
3) तुलनात्मक रूप में देखा जाए तो समांतर माध्य ज्ञात करना बहुत आसान है।
4) यदि दो वितरणों की संख्या और समांतर माध्य ज्ञात हैं, तो उनकी सामूहिक समांतर माध्य ज्ञात की जा सकती है।
5) यदि विभिन्न मूल्यों में एक सामान्य संख्या को जोड़ा जाये, घटाया जाये या गुणा किया जाये तो प्राप्त समांतर माध्य भी इसी रूप में बढ़ जाएगा कम हो जाएगा या उतने ही गुना बढ़ जाएगा।
6) यदि पदों की संख्या विषम है और पदों की कमी या वृद्धि निश्चित है, तो ऐसी दशा में बीच की संख्या समांतर माध्य होगी।
7) समान्तर माध्य का बीजगणितीय विवेचन संभव है।
8) समांतर माध्य को निश्चित रूप से बिना किसी संदेह के ज्ञात किया जाता है।
12. माध्यिका क्या है? इसके गुण-दोषों को समझाइए ।
खण्ड- 'ख'
बहुविकल्पीय प्रश्न
13. योजना आयोग का अध्यक्ष कौन होता है ?
(क) वित्त मंत्री
(ख) प्रधानमंत्री
(ग) गृह मंत्री
(घ) इनमें से कोई नहीं
14. सर्वशिक्षा अभियान की शुरुआत कब हुई ?
(क) सन् 2000
(ख) सन् 2001
(ग) सन् 2002
(घ) इनमें से कोई नहीं
15. हरित क्रान्ति में सर्वाधिक योगदान देने वाले नोबेल पुरस्कार से सम्मानित वैज्ञानिक हैं
(क) डॉ. नॉरमन बोरलॉग
(ख) डेविड रिकार्डो
(ग) इन्दिरा गांधी
(घ) महात्मा गांधी
उत्तर –(क) डॉ. नॉरमन बोरलॉग
16. ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों में सम्मिलित हैं-
(क) कोयला
(ख) विद्युत
(ग) परमाणु शक्ति
(घ) ये सभी
उत्तर –(घ) ये सभी
17. नॉरमन बोरलाग का नाम जोड़ा जाता है-
(क) पीली क्रान्ति से
(ख) हरित क्रान्ति से
(ग) श्वेत क्रान्ति से
(घ) नीली क्रान्ति से
उत्तर –(ख) हरित क्रान्ति से
लघु उत्तरीय प्रश्न-I
18. निर्धन का वर्गीकरण कितने भागों में किया जाता है ?
19. ब्रिटिश साम्राज्य से पूर्व की भारतीय अर्थव्यवस्था को समझाइए ।
लघु उत्तरीय प्रश्न-II
20. भारत में औद्योगिक विकास की समस्याएँ लिखिए।
21. भारत में गरीबी के कारणों का उल्लेख कीजिए।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
22. ऊर्जा क्या है ? ऊर्जा के परम्परागत स्रोतों का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए।
23. बेरोजगारी क्या है? भारत में बेरोजगारी दूर करने के उपायों का सविस्तार वर्णन कीजिए।
24. उदारीकरण निजीकरण एवं वैश्वीकरण नीति का मूल्यांकन कीजिए। इसके नकारात्मक एवं सकारात्मक प्रभावों की विवेचना कीजिए।
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