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CG Board assignment 3 10th social science paper solution

CG Board assignment 3 class 10th Social Science solution | छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट 3 कक्षा-10वीं सामाजिक विज्ञान पेपर सलूशन



CG Board Assignment 3 solution October

छत्तीसगढ़ बोर्ड असाइनमेंट 3 सलूशन अक्टूबर

नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com पर. आज की पोस्ट में हम आपको CG board assignment -3 कक्षा- 10 वीं का सामाजिक विज्ञान पेपर का सलूशन बतायेंगे. हम अपनी वेबसाइट के माध्यम से आप लोगों को October महीने के CG board assignment 3 के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध करवाएंगे. आप सभी विद्यार्थीगण हमारी वेबसाइट की सहायता से CG board assignment -3 class 10th और 12th के सभी विषयों के सलूशन और उनकी pdf भी प्राप्त कर पाएंगे. आप सभी को assignment -3 October month के क्लास 10th और क्लास 12th के सभी विषयों के उत्तर उपलब्ध कराये जायेंगे. cg board assignment 3 में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए जुड़े रहिये हमारी वेबसाइट से.

 

असाइनमेंट -3 किसे कहते हैं ? cg board assignment -3 का क्या मतलब है ?

 

Assignment शब्द को हिंदी भाषा में अनेक नामों से जाना जाता है. उदाहरण के लिए - सत्रीय कार्य, दत्त कार्य अथवा प्रदत्त कार्य के नाम से भी जानते हैं. यह असाइनमेंट सभी विद्द्यार्थियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है. यदि आप cg board Assignment -3 को हल्के में ले रहे हैं तो यह गलत है क्योंकि इससे आपको बहुत ही अधिक नुकसान हो सकता है. इससे आपकी अंतिम ग्रेड भी प्रभावित होगी. cg board Assignment 3 Class 10th and 12th answer pdf download आप सभी विद्द्यार्थी हमारी website की सहायता से Class -10th और Class -12th के cg board Assignment 3 के सभी विषयों के उत्तर प्राप्त कर सकते हैं. यह असाइनमेंट केवल कक्षा -10वीं तथा कक्षा -12वीं के छात्रों के लिए जा रहे हैं.

 

Assignment -3 में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ?

 

यदि आप जानना चाहते हैं कि असाइनमेंट में अच्छा उत्तर कैसे लिखे ? तो आप इस पोस्ट को पूरा पढ़िए. यदि आप असाइनमेंट लिखने जा रहे हैं तो सर्वप्रथम आपको यह ज्ञात होना चाहिए कि असाइनमेंट लिखने के लिए आपको किन - किन चीज़ों की आवश्यकता होगी? cg board Assignment -1 and cg board Assignment -2 में आपको यह ज्ञात हो गया होगा फिर भी आपकी जानकारी के लिए एक बार मैं आपको बता देता हूँ.

 

सर्वप्रथम आप बाजार से बड़े आकार के पेपर अथवा प्रोजेक्ट पेपर खरीद ले साथ ही आप एक ब्लू पेन भी खरीद ले. आप इस बात का ध्यान रखे कि आप लाल पेन का कदापि भी इस्तेमाल मत करें. असाइनमेंट लिखते समय कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए जो आपको नीचे बताई जा रही है.

 

Assignment लिखते समय निम्न बातों का ध्यान रखें -

  • सबसे महत्वपूर्ण सूंदर हैंडराइटिंग में ही लिखे.
  •  प्रश्न क़े अनुसार ही उत्तर लिखे.
  •  अनावश्यक शब्दों का प्रयोग न करें.
  • लाल पेन का इस्तेमाल न करें.
  •  

असाइनमेंट में दिए गए शब्द सीमा में ही सभी प्रश्नों क़े उत्तर लिखें.

 

 

Assignment -3 का प्रथम पेज कैसे बनाये?

 

असाइनमेंट क़े फर्स्ट पेज को भरते समय अधिकतर छात्र गलती कर देते हैं. असाइनमेंट क़े प्रथम पेज में जो निर्देश आपको दिए जाते हैं उसी क़े अनुसार उसे आपको भरना होता है. उदाहरण क़े लिए पाठ्यक्रम का कोड, असाइनमेंट कोड, टॉपिक का नाम, आपका नाम और आपके पिता जी का नाम भी पुछा जा सकता है. यह सभी जानकारी बहुत ही सावधानी पूर्वक भरनी चाहिए. इसके बिना आपका Assignment  स्वीकार नहीं किया जायेगा. प्रथम पेज पर सारी जानकारी भरने क़े बाद आप असाइनमेंट लिखना प्रारम्भ कर सकते हैं. असाइनमेंट लिखने क़े पहले आप यह भी जान लीजिये कि असाइनमेंट आपको अपनी हैंडराइटिंग में ही लिखना होगा. आप उसे टाइप करके नहीं लिख सकते और आप अपने घर क़े किसी सदस्य से भी assignmnet नहीं लिखवा सकते. यदि बोर्ड को यह पता चलता है कि आपने अपना असाइनमेंट अपने घर क़े किसी मेंबर अथवा दोस्त से लिखवाया है तो आपका असाइनमेंट निरस्त भी किया जा सकता है. कुछ विशेष परिस्थितियों में आपको छूट दी जा सकती है. पर असाइनमेंट आपको खुद से ही लिखना होगा. आपको प्रत्येक assignmnet  की एक अलग से फाइल बना लेनी है. अगर आप इन सभी बातों का ध्यान रखकर असाइनमेंट लिखना आरम्भ करते हैं तो आपका assignmnet  बहुत ही आकर्षक तथा सबसे यूनिक होगा. उपर्युक्त सभी बातों को ध्यान में रखकर ही अपना असाइनमेंट लिखना आरम्भ करें.

 

असाइनमेंट -3 को लिखते समय किन - किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

 

1.असाइनमेंट लिखने के पहले आप रफ़ कार्य जरूर करें

 

2.असाइनमेंट के हर एक प्रश्न को एक से दो बार पढ़ कर ही अपना उत्तर लिखे. और इस बात का ध्यान रखे कि प्रश्न में जो पूछा गया है उसका उत्तर सबसे पहले दे और प्रश्न की शब्द सीमा का भी ध्यान रखे.

 

3.प्रश्न का उत्तर लिखने से पहले प्रश्न से सम्बंधित टॉपिक के बारे में अपनी किताब में पढ़े.

 

4.अगर हो सके तो चित्र का प्रयोग असाइनमेंट में अवश्य करे.

 

5.अपने उत्तर को असाइनमेंट में पॉइंट टो पॉइंट लिखे.

 

6.उत्तर लिखते समय इस बात का विशेष ख्याल रखे कि भाषा में त्रुटि न हो. मात्रा और व्याकरण सम्बन्धी गलतियों पर विशेष ध्यान दें.

 

7.असाइनमेंट में ज्यादा कलर का प्रयोग न करें.

 

 

छत्तीसगढ़ असाइनमेंट 3 कक्षा 10वीं & 12वीं
 2021 - 22 
Solution all subject download pdf

 

प्रिय छात्रों यदि आप छतीशगढ बोर्ड के विद्द्यार्थी हैं तो आप यह जानते ही होंगे कि छत्तीसगढ़ बोर्ड विगत एक दो वर्ष से ही कक्षा दसवीं और बारहवीं के असाइनमेंट ले रहा हैं. इसके पूर्व आपके असाइनमेंट -1 और असाइनमेंट -2 लिए जा चुके हैं. और अब आपके असाइनमेंट 3 होना है. असाइनमेंट 3 के कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं के सभी विषय के सलूशन आपको हमारी वेबसाइट [bandanaclasses.com ] के माध्यम से मिल जायेंगे और आप सम्बंधित आंसर की pdf भी download कर पाएंगे.

 

bandanaclasses.com वेबसाइट पर MP बोर्ड , UP बोर्ड ,Rajasthan बोर्ड और छत्तीसगढ़ बोर्ड से सम्बंधित सभी प्रमुख जानकारी आपको प्रदान की जाती है. इसलिए सभी प्रमुख जानकारी प्राप्त करने के लिए आप हमारी वेबसाइट [bandanaclasses.com ] पर विजिट करते रहे. हमारी website पर आपको सभी विषयों से सम्बंधित पाठ्य - सामग्री भी मिल जाएगी और आपके सभी विषयों के assignment के solution भी मिल जायेंगे.  


CG Board Assignment 3 Class 10 Solution PDF Download 2021 | सीजी बोर्ड असाइनमेंट 3 कक्षा 10 सॉल्यूशन पीडीएफ डाउनलोड 2021

CG Board जिसका पूरा नाम Chhattisgarh Board of Secondary Education है जिसे हम आम भाषा में सीजी बोर्ड कह देते हैं ।सीजी बोर्ड दसवीं के हिंदी का असाइनमेंट 3 परीक्षा बहुत ही जल्दी आयोजित करने वाला है ।अगर आप छत्तीसगढ़ बोर्ड के असाइनमेंट 3 का सलूशन ( CG Board Assignment 3 Class 10 Solution PDF Download 2021) देख रहे हैं तो आपको इस वेबसाइट पर संपूर्ण सलूशन मिल जाएगा ।



CG Board Assignment 3 Class- 10th

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छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर

शैक्षणिक सत्र 2021- 22 माह अक्टूबर

असाइनमेंट- 03

कक्षा- दसवीं

विषय- सामाजिक विज्ञान


प्रश्न-1 मोटे अनाजों के उत्पादन में कमी होने के क्या कारण हैं।


उत्तर-  सन 1951 के बाद गेहूं ,चावल जैसे खाद्यान्नों के उत्पादन में जहां वृद्धि दर्ज की गई हैं ,वही मोटे अनाजों के उत्पादन में कमी आई है इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित है-


1- चावल व गेहूं प्रमुख खाद्यान्न फसलें हैं अतः इसके उत्पादन पर अधिक जोर दिया गया।


2- फसल उत्पादन आज एक व्यवसाय बन चुका है, इस कारण किसान उन्हीं फसलों को प्राथमिकता देते हैं जिनमें अधिक लाभ मिल सके।


3- बढ़ती जनसंख्या की खाद्यान आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु सरकार ने भी हरित क्रांति के लिए गेहूं व चावल के उत्पादन पर अधिक जोर दिया।


4- मोटे अनाज गरीब लोग उपयोग करते हैं अतः बाजार में इनका उचित मूल्य प्राप्त नहीं होता, और इन्हें उत्पादित करने वालों को लाभ नहीं होता।


5- सरकार द्वारा इन अनाजों के उत्पादन हेतु कोई प्रोत्साहन नहीं दिया गया।



प्रश्न-2 रूस में 1861 से 1940 के बीच किसानों की स्थिति में क्या-क्या परिवर्तन आए?


उत्तर-  सन 1863 ई. तक रूस में कृषकों अर्ध दास के रूप में रखा गया था। किसान जमीन से बंधे थे और वे बिना भू स्वामियों की आज्ञा से दूसरे काम धंधे नहीं कर सकते थे या गांव छोड़कर नहीं जा सकते थे। सन 18 सो 61 ईस्वी में जार के घोषणा के बाद किसानों को इस प्रथा से मुक्ति तो मिली मगर तब भी जमीन भू स्वामियों के पास ही थी। और किसान को यह जमीन ऊंचे किराए पर मिलती थी। जार की पहल पर भू स्वामियों ने कुछ जमीन किसानों को दे दी मगर उसके लिए किसानों को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। शासन की ओर से यह रकम भू स्वामियों को चुकाई गई और किसानों को इसे किस्तों में पटाना था। जब तक वह ऐसे पता नहीं देते उन्हें गांव छोड़कर जाने की अनुमति नहीं थी। सन 1937 तक कई पीढ़ियां बीतने पर भी किसान यह ऋण चुकाते रहे। कुल मिलाकर 18 सो 61 के सुधारों से भूस्वामि ही लाभान्वित हुए और किसान कानूनी रूप से आजाद तो हुए मगर आर्थिक रूप से और बुरे हालातों में फंस गए। कई किसान उद्योग में मजदूरी करने शहरों में चले गए। और कई किसान जार की सेना में भर्ती हो गए। अक्टूबर क्रांति 1937 के बाद लेनिन ने जमीन संबंधी ऐलान किया जिसमें भू स्वामियों की जमीन का स्पष्टीकरण और किसानों को जमीन वितरण का ऐलान किया गया हर गांव के गरीब किसानों की समितियों को वहां के भू स्वामियों की जमीन को आपस में बांटने का अधिकार दिया गया। 1997 के बाद भू स्वामियों की जमीन किसानों के बीच वितरित होने से अधिकांश कृषक मध्यम दर्जे के किसान बन गए और कुछ बड़े किसान भी थे। लेकिन खेती के तरीके अभी भी पारंपरिक थे। और उत्पादन कम था इस बात को देखते हुए स्टालिन ने कृषि में भारी बदलाव लाने की पहल की इसके तहत किसानों को कहा गया कि वे अपने अपने खेतों को मिलाकर विशाल सामूहिक फार्म बनाएं ताकि बड़े पैमाने में खेती की जा सके। और खेती में मशीनों व अन्य आधुनिक तरीकों का उपयोग किया जा सके छोटे व मध्यम किसान इसके लिए तैयार हो गए ।मगर ज्यादातर बड़े किसान और मध्यम किसानों ने इसका विरोध किया विरोध करने वालों पर जोर जबरदस्ती की गई। और वे लाखों की संख्या में गिरफ्तार किए गए कालापानी भेजे गए या मार दिए गए। 



प्रश्न-3 ऋण की सुविधा एक और हमारी आय बढ़ाने में सहायक होती है वहीं दूसरी ओर कर्ज के जाल में फंसा देती है कैसे ?आसपास के उदाहरणों से समझाइए।


उत्तर--   ऋण अगर औपचारिक क्षेत्र से लिया गया हो तो वह हमारी आय बढ़ाने में सहायता करता है उदाहरण के लिए हमारे पड़ोसी श्याम ने किराए की दुकान खोलने के लिए बैंक से ₹200000 ऋण लिया। इसके बदले में उसने अपना घर ऋण आधार के रूप में बैंक के पास बंधक बनाया जब श्याम की दुकान 2 महीने बाद अच्छी चलने लगी तो उसने रीढ़ की किस्त 10,000 प्रतिमा देना आरंभ किया धीरे-धीरे उसकी दुकान अच्छी चलने लगी और 3 वर्ष में श्याम ने अपना पूरा ऋण चुका दीया। तथा घर भी छुड़ा लिया। इस प्रकार ऋण ने श्याम की आए बढ़ाने में सहायता की गांव में छोटे-मोटे किसानों के पास औपचारिक क्षेत्र से ऋण प्राप्त करने के लिए साख का अभाव रहता है जिसके कारण उन्हें गांव में ही महाजन से ऋण लेना पड़ता है। इसका ब्याज इतना अधिक होता है कि वह इसको चुका नहीं पाता और उसे दूसरा ऋण लेना पड़ जाता  है। इस प्रकार गरीब लोग एक बार कर्ज के जाल में फंसते हैं तो उन्हें निकालना मुश्किल हो जाता है।



प्रश्न-4 मुद्रा किसे कहते हैं? मुद्रा के लिए मापन का आधार क्यों जरूरी है?


उत्तर- ‌ मुद्रा पैसे या धन के उस रूप को कहते हैं जिससे दैनिक जीवन में क्रय और विक्रय होती है। इसमें सिक्के और कागज के नोट दोनों आते हैं। आमतौर से किसी देश में प्रयोग की जाने वाली मुद्रा उस देश की सरकारी व्यवस्था द्वारा बनाई जाती है। मसलन भारत में रुपया वा पैसा मुद्रा है। मुद्रा के मापन आधार होना जरूरी है क्योंकि मापन के आधार से मुद्रा की कीमत निर्धारित होती है।




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