शिंजो आबे का जीवन परिचय (जापान के पूर्व पीएम) | Shinzo Abe Biography in Hindi
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट www.Bandana classes.com पर । आज की पोस्ट में हम आपको " जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे का जीवन परिचय | Shinzo Abe Biography in Hindi " के बारे में बताएंगे तो इस पोस्ट को आप लोग पूरा पढ़िए।
Table of Contents
1) शिंजो आबे का संक्षिप्त जीवन परिचय
2) परिचय
3) प्रारंभिक जीवन
4) शिक्षा
5) विवाह
6) राजनीतिक करियर
7) संपत्ति
8) शिंजो आबे का भारत से लगाव
9) निधन
10) FAQs
शिंजो आबे की जीवनी
शिंजो आबे का संक्षिप्त जीवन परिचय
परिचय
शिंजो आबे, जापान के पूर्व प्रधानमंत्री जो आज हमारे बीच इस दुनिया में नहीं हैं किन्तु अपने महान कार्यों के कारण जापानवासियों एवं समस्त विश्व के लोगों के दिलों में हमेशा जीवित बने रहेंगे. जापान के 2 बार प्रधानमंत्री बनने वाले शिंजो आबे एक ऐसे लोकप्रिय नेता थे जो जापान के इतिहास में सबसे लम्बे समय तक देश के प्रधानमंत्री पद पर काबिज रहें. इसके अतिरिक्त वे जापान के सबसे युवा प्रधानमंत्री भी थे. उनके सम्पूर्ण विश्व में चर्चित होने का मुख्य कारण यह था कि वे एक राजनेता थे जो आबेनोमिक्स सिद्धांत पर चलते थे. भारत देश से आपका गहरा लगाव था इसको इसी बात से समझा जा सकता है कि आबे ने जापान के प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए भारत देश का तीन बार दौरा किया था तथा भारत के विकास में आपके योगदान को देखते हुए भारत सरकार द्वारा इन्हें पद्मा विभूषण जैसे अति सम्मानित पुरस्कार से सम्मानित किया गया. शिंजो आबे एक राजनेता थे जिन्हें सत्ता का लालच बिलकुल भी नहीं था. वे केवल जनहित के उद्देश्य से ही जापान की राजनीति में आये थे. आबे ने वर्ष 2020 में स्वास्थ्य कारणों से जापान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था क्योंकि वे अल्सरेटिव कोलाइटिस नामक बीमारी से पीड़ित थे.
प्रारंभिक जीवन
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके शिंजो आबे का जन्म 21 सितम्बर सन 1954 को जापान की राजधानी टोक्यो शहर में हुआ था. मूल रूप से आबे का परिवार यामागुची प्रान्त का रहने वाला था. आबे का परिवार पूर्ण रूप से राजनीति में शामिल था यहीं कारण है कि आबे की भी बचपन से ही राजनीति में गहरी रूचि हो गयी थी. इनके पिता का नाम शिंतारो आबे एवं माता का नाम योको कृशी था. आपके पिता शिंतारो आबे जापान सरकार में वर्ष 1982 से 1986 तक देश के विदेश मंत्री रहें. आपकी माता जापान के पूर्व प्रधानमंत्री नोबुसुके किशी की बेटी थी. शिंजो आबे के आसपास का पूरा परिवेश ही राजनैतिक था. आबे के माता- पिता की तीन संतानें थी. शिंजो आबे के सबसे बड़े भाई हेरोनाबू आबे जो की जापान की एक बड़े व्यवसायी की रूप में जाने जाते हैं. आबे के छोटे भाई नोबुओ किशी जो जापान के रक्षामंत्री के रूप में कार्यरत हैं
शिक्षा
इनकी प्रारंभिक शिक्षा ओसाका के साइकाई एलीमेंट्री स्कूल से हुई. तत्पश्चात आपने वर्ष 1977 में साईकेई विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. स्नातक के बाद आप उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए. आबे ने अमेरिका के साउथ कैलिफोर्निया स्थित यूएससी प्राइस स्कूल से पब्लिक पालिसी की पढाई की किन्तु आप तीन सेमेस्टर की पढ़ाई के पश्चात वर्ष 1979 में अपने देश जापान लौट आये. और देश की सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए.
विवाह
शिंजो आबे की शादी वर्ष 1987 में प्रसिद्द रेडियो डीजे अकी मात्सुजकी से हुई. शिज़ो आबे अपनी धर्मपत्नी से उम्र में आठ वर्ष बड़े हैं. अकी मात्सुजकी जब एक विज्ञापन कंपनी में कार्य करती थी तब आबे की उनसे मुलाकात हुई और आबे पहली मुलाकात में ही अकी मात्सुजकी को अपना दिल दे बैठे. मात्र 22 वर्ष की उम्र में आबे ने अकी मात्सुजकी के समक्ष शादी का प्रस्ताव रखा जिसे अकी ने सहर्ष स्वीकार कर लिया. शिंजो आबे की कोई संतान नहीं हैं.
राजनीतिक करियर
> शिंजो आबे ने अमेरिका में पब्लिक पालिसी की पढ़ाई करने के पश्चात वर्ष 1979 में कोबे स्टील प्लांट में कार्य किया. दो वर्ष नौकरी करने के पश्चात साल 1982 में उन्होनें नौकरी छोड़ दी.
> आबे ने स्टील प्लांट में नौकरी करने के दौरान ही डेमोक्रेटिक पार्टी के मेंबर का पदभार संभाला तथा पार्टी की जनरल परिषद् के अध्यक्ष के निजी सचिव के रूप में कार्य किया.
> आबे वर्ष 1993 में जापान के गुची प्रान्त के प्रथम डिस्ट्रिक्ट के रिप्रेजेन्टेटिव के तौर पर चुने गए.
> तत्पश्चात आबे ने जापान की सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया तथा सरकार में रहते हुए कई प्रमुख पदों पर कार्य किया.
> इसके बाद तो आबे राजनीति में सफलता की सीढ़ी चढ़ते चले गए और वर्ष 2006 में शिंजो आबे पहली बार कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से जापान के प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त किये गए. किन्तु दुर्भाग्यवश प्रधानमंत्री बनने के एक साल बाद ही उन्हें इस पद से इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि वे अल्सरेटिव कोलाइटस नामक बीमारी से जूझ रहें थे.
> वर्ष 2012 में आबे ने पुनः कंजरवेटिव पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चुनाव लड़ा और उन्हें इस चुनाव में बम्पर जीत हासिल हुयी और एक बार फिर वे जापान देश के प्रधानमंत्री बन गए. अबकी बार आबे की सरकार 7 साल और 6 माह चली. इस प्रकार से जापान में सबसे लम्बे समय तक प्रधानमंत्री रहने का रिकॉर्ड शिंजो आबे के नाम हो गया.
संपत्ति
जापान की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंजो आबे की कुल संपत्ति लगभग 10 मिलियन डॉलर हैं. देश की राजधानी टोक्यो में आबे के नाम पर कई जमीन तथा मकान हैं.
शिंजो आबे का भारत से लगाव
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री रहें शिंजो आबे के आकस्मिक निधन से पूरी दुनिया में शोक की लहर दौड़ गयी. आबे के निधन से भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बहुत दुःख हुआ क्योंकि मोदी और आबे की दोस्ती दुनिया भर के नेताओं के लिए मिशाल थी. आबे के निधन पर भारत देश में भी एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया था.
शिंजो आबे का भारत से बहुत लगाव रहा है. यहीं कारण है कि जापान के प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए उन्होंने भारत देश के कई बार दौरे किये. आबे ने वर्ष 2006 - 07 में भारत का पहली बार भ्रमण किया था जब वे जापान के प्रथम बार प्रधानमंत्री बने थे. इसके बाद उन्होंने अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत के तीन दौरे किये जिसमें वर्ष 2014 के भारत दौरे पर उन्हें गणतंत्र दिवस परेड के अवसर पर मुख्य अतिथि बनाया गया था. इसके एक साल बाद आबे वर्ष 2015 में पुनः भारत के दौरे पर आये जो यह दर्शाता है कि उनकी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दोस्ती कितनी प्रगाढ़ थी . इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी उन्हें वाराणसी लेकर गए जहाँ शिंजो आबे ने दशाश्वमेध घाट पर प्रसिद्द माँ गंगा की आरती में भाग लिया. भारत देश से बेहतर रिश्ते एवं प्रधानमंत्री मोदी की दोस्ती उन्हें एक बार फिर वर्ष 2017 में भारत खींच लायी. इस बार शिंजो आबे गुजरात के अहमदाबाद शहर आये जहाँ पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया. प्रधानमंत्री मोदी के साथ शिंजो आबे विश्व प्रसिद्द साबरमती आश्रम गए जहाँ पर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी का चरखा देखा एवं सूत भी काटा.
निधन
शिंजो आबे जापान के नारा शहर में एक चुनावी रैली में भाषण दे रहे थे तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने आबे पर बन्दूक से गोलियाँ चला दी. गोली लगते ही आबे जमीन पर नीचे गिर पड़े. आनन- फानन गंभीर अवस्था में उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने अस्पताल पहुंचाया. जहाँ कुछ समय के बाद ही शिंजो आबे का निधन (8 जुलाई सन 2022) हो गया.
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के आकस्मिक निधन का समाचार सुनकर भारत के प्रधानमंत्री एवं आबे के परम मित्र नरेंद्र मोदी को गहरा दुःख पहुंचा और प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए ट्वीट किया कि मैं अपने सबसे प्रिय दोस्तों में से एक शिंजो आबे के आकस्मिक निधन से स्तब्ध एवं दुखी हूँ. वह एक महान वैश्विक राजनेता थे. उन्होंने जापान एवं विश्व को एक बेहतर जगह बनाने के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया.
FAQs
1. शिंजो आबे किस देश के पूर्व प्रधानमंत्री थे?
उत्तर- शिंजो आबे जापान देश के पूर्व प्रधानमंत्री थे।
2. जापान के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके शिंजो आबे का जन्म कब एवं कहां हुआ था?
उत्तर- जापान के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके शिंजो आबे का जन्म 21 सितम्बर सन 1954 को जापान की राजधानी टोक्यो शहर में हुआ था।
3.शिंजो आबे के कितने बच्चे हैं?
उत्तर- शिंजो आबे के कोई संतान नहीं हैं।
4.शिंजो आबे की पत्नी का क्या नाम है?
उत्तर- शिंजो आबे की पत्नी का नाम अकी मात्सुजकी है।
5. शिंजो आबे की मृत्यु कब हुई थी?
उत्तर- शिंजो आबे का निधन 8 जुलाई सन 2022 को हो गया था।
Disclaimer: यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है। इस Blog का उद्देश्य सामान्य जानकारी उपलब्ध कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग से कोई संबंध नहीं है। यदि सम्बंध पाया गया तो यह महज एक संयोग समझा जाएगा।
दोस्तों यदि आपको यह पोस्ट पसंद आयी हो तो इसे अपने दोस्तों और सोशल मीडिया पर अधिक से अधिक शेयर करिए। अगर दोस्तों अभी तक आपने हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब और टेलीग्राम ग्रुप को ज्वाइन नहीं किया है तो नीचे आपको लिंक दी गई है ज्वाइन और सब्सक्राइब करने की तो वहां से आप हमारे telegram group (Bandana classes.com) को ज्वाइन और YouTube channel (Bandana study classes) को सब्सक्राइब कर लीजिए जहां पर आप को महत्वपूर्ण वीडियो हमारे यूट्यूब चैनल पर मिल जाएंगे।
👉Click here to join telegram channel👈
Post a Comment