डायरी क्या है ?( What is Diary?)
डायरी किसे कहते हैं ? (Diary kise kahate Hain?)
प्रमुख डायरी लेखक (Famous diary writer)
नमस्कार दोस्तों ! स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com पर. दोस्तों आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि डायरी क्या है ? तथा डायरी की प्रमुख विशेषताएं क्या हैं ? आप सभी लोगों को पोस्ट को आखिरी तक पढ़ना है. मेरे दोस्तों आप लोग भी यह जानना चाहते होंगे कि डायरी किसे कहते हैं ? तथा इसके कितने प्रकार होते हैं ? आखिर हम में से बहुत से लोग आज भी नहीं जानते हैं कि डायरी का वास्तविक मतलब क्या होता है ?
यदि आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें नहीं पता कि डायरी किसे कहते हैं ? तथा डायरी कितने प्रकार के होते हैं ? डायरी के कौन - कौन से अंग हैं ? एक अच्छा डायरी लिखने के लिए किन -किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ? इन सभी प्रश्नों के उत्तर जानने के लिए बने रहिये इस पोस्ट पर.
मेरे प्रिय विद्द्यार्थियों डायरी शब्द को तो हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं लेकिन सच्चाई यही हैं कि डायरी किसे कहते हैं ? यह तथ्य हम में से अधिकांश लोग नहीं जानते हैं. तो दोस्तों बने रहिये हमारी वेबसाइट bandanaclasses.com पर. हिंदी भाषा में डायरी का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान हैं. यहां पर हम आज की पोस्ट में आपको डायरीऔर उसके प्रमुख लेखकों के बारे में बताएंगे। हिंदी साहित्य में डायरी से संबंधित लेखकों के बारे में इस पोस्ट में आपको जानकारी देंगे।
डायरी किसे कहते हैं?
डायरी लेखन व्यक्ति के द्वारा अपने अनुभवों, सोच और भावनाओं को लिखित रूप में अंकित करके बनाया गया एक संग्रह है। विश्व में हुए महान व्यक्ति डायरी लेखन का कार्य करते थे। और उनके अनुभवों से उनके निधन के बाद भी कई लोगों को प्रेरणा मिलती थी। डायरी गद्य साहित्य की एक प्रमुख विधा है इसमें लेखक आत्म साक्षात्कार करता है।
डायरी लेखन किसे कहते हैं?
डायरी लेकन व्यक्ति के द्वारा लिखा गया व्यक्तिगत अनुभवों, सोच और भावनाओं को लिखित रूप में अंकित करके बनाया गया एक संग्रह है। विश्व में हुए महान व्यक्ति डायरी लेखन करते थे।
डायरी का अन्य नाम
इसे दैनंदिनी, दिनचर्या, रोजनामचा और दैनिकी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदी साहित्य में डायरी विधा भी अन्य गद्य विधाओं की तरह आधुनिक विद्या है जिसकी शुरुआत श्रीराम शर्मा की सेवाग्राम की डायरी से माना जाता है जो 1946 ईसवी में प्रकाशित हुई थी।
डायरी के प्रकार
डायरी चार प्रकार की होती है।
व्यक्तिगत डायरी
वास्तविक डायरी
काल्पनिक डायरी
साहित्यिक डायरी
डायरी लेखन का संबंध सीधे-सीधे लेखक के ह्रदय से होता है उसके अपने व्यक्तिगत अनुभव, उसकी विचारधारा और समाज की वर्तमान परिस्थिति का आकलन करने पर जो शब्द निकलते हैं।
डायरी लेखन की उपयोगिता
डायरी लेखन असाधारण कार्य है। यह प्रतिदिन के कार्यों में हमें नियमित रहना सिखाता है। डायरी लेखन से ना केवल आत्माभीव्यक्ति की क्षमता का विस्तार होता है, मन किया है व्यक्तित्व के विकास में भी सहायक है। विद्यार्थियों के लिए तो यह विशेष उपयोगी है, इससे छात्रों में चिंतन मनन और स्वयं को परखने की क्षमता विकसित होती है।
डायरी लिखने का उद्देश्य
इसमें प्रतिदिन की विशेष घटनाओं को लिखकर हम उन्हें यादगार बना लेते हैं। जिस प्रकार हम फोटो देख कर उस अवसर की याद ताजा कर लेते हैं, उसी प्रकार डायरी के माध्यम से हम अतीत में लौट सकते हैं तथा अपने खट्टे मीठे अनुभवों को पुनर्जीवित कर सकते हैं। प्रसिद्ध व महान व्यक्ति भी डायरी लिखते थे।
प्रमुख डायरी लेखकों के नाम
मोहन राकेश - मोहन राकेश की डायरी
शमशेर बहादुर सिंह - शमशेर की कुछ गद्द रचनाएं
कमलेश्वर - देश देशांतर
मलयज - मलयज की डायरी
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