योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय || Yogi Adityanath Biography in Hindi
योगी आदित्यनाथ की जीवनी
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारी वेबसाइट www.Bandana classes.com पर । आज की पोस्ट में हम आपको " उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता, प्रमुख कट्टर वादी हिंदूवादी छवि के नेता एवं गोरखनाथ मंदिर के महंत योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय (Yogi Adityanath Biography in Hindi)" के बारे में बताएंगे तो इस पोस्ट को आप लोग पूरा पढ़िए।
Table of Contents
1.योगी आदित्यनाथ, व्यक्ति एक : पहचान अनेक
2.प्रारंभिक जीवन
3.शिक्षा
4.सन्यासी जीवन का आरम्भ
5.राजनीतिक करियर
6.मुख्यमंत्री बनने की कहानी
7.मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के प्रमुख कार्य
8.FAQs
योगी आदित्यनाथ की जीवनी
योगी आदित्यनाथ, व्यक्ति एक : पहचान अनेक
इन्हें चाहें आप गोरक्षपीठ गोरखनाथ मंदिर का महंत कह लीजिये या फिर हिन्दू युवा वाहिनी का प्रमुख या फिर आप इन्हें भारतीय जनता पार्टी का एक प्रसिद्द सांसद कह लीजिये या फिर आप इन्हें हिन्दुओं का एक प्रमुख नेता कह लीजिये. अरे इनकी पहचान यहीं तक ही सीमित नहीं है. आप इन्हें उत्तर प्रदेश राज्य का मुख्यमंत्री (चीफ मिनिस्टर) भी कह सकते हैं. जी हाँ, अब तो आप लोग समझ ही गए होंगे कि आज के ब्लॉग में हम बात करने जा रहें हैं देश के सबसे चर्चित राजनेता एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की.
योगी आदित्यनाथ का संक्षिप्त जीवन परिचय
प्रारंभिक जीवन
योगी आदित्यनाथ जो वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री हैं. वास्तव में इनका असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. योगी जी उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री होने के साथ ही गोरखनाथ मंदिर के महंत भी हैं. योगी जी का जन्म उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के अंतर्गत पंचूर नामक गाँव (यमकेश्वर तहसील) में 5 जून सन 1972 को हुआ था. योगी जी का परिवार गढ़वाली क्षत्रिय था. इनके पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट एवं माता का नाम सावित्री देवी था. योगी जी की तीन बहनें और तीन भाई हैं.
शिक्षा
योगी जी की आरंभिक शिक्षा उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में हुई. आपने उच्च शिक्षा के लिए हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया तथा वहाँ से गणित एवं विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. बैचलर ऑफ़ साइंस (B. Sc) करने के बाद योगी जी ने आगे की पढ़ाई के लिए मास्टर ऑफ़ साइंस (M.Sc) में प्रवेश ले लिया. किन्तु इसी समय राम मंदिर के लिए जो आंदोलन चल रहा था ये घटनाक्रम देखकर योगी जी का मन पढ़ाई से हट गया और आप भी राम मंदिर आंदोलन में कूद पड़े.
योगी जी का राजनैतिक जीवन बचपन से ही आरम्भ हो गया था. आप अखिल भारतीय विद्द्यार्थी परिषद् के प्रमुख नेता भी रहें हैं. यहीं कारण है कि आपने छात्र संघ चुनाव लड़ने का फैसला किया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव भी लड़ा किन्तु सन 1992 में आप छात्र संघ का चुनाव हार गए.
सन्यासी जीवन का आरम्भ
योगी जी ने केवल 22 वर्ष की आयु में ही सांसारिक सुख सुविधाओं को त्यागकर संन्यास ग्रहण कर लिया. संन्यास ग्रहण करने के बाद योगी जी ने महंत अवैद्यनाथ को अपना गुरु बनाया और उनके सानिध्य में ही संन्यास की शिक्षा- दीक्षा ली. संन्यास ग्रहण करने के बाद इनका नाम अजय सिंह बिष्ट से बदलकर योगी आदित्यनाथ हो गया. सन्यासी बनने के पश्चात योगी जी ने अपना घर - परिवार त्याग दिया और एक नयी ऊर्जा के साथ समाज एवं राष्ट्र सेवा में लग गए. महंत अवैद्यनाथ ने 15 फरवरी 1994 को योगी जी को नाथ संप्रदाय की दीक्षा दी तथा उन्हें अपना शिष्य बनाकर सेवा कार्यों में लगा दिया. अब साधारण सा दिखने वाला बालक अजय सिंह बिष्ट से योगी आदित्यनाथ बन गया. महंत अवैद्यनाथ का 12 सितम्बर सन 2014 को निधन हो गया. इससे योगी जी बहुत दुखी हुए. महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के पश्चात योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ मंदिर का महंत नियुक्त किया गया तथा नाथ पंथ की परंपरा के अनुसार योगी जी को गोरखनाथ मंदिर का पीठाधीश्वर भी बनाया गया.
राजनीतिक करियर
गोरखनाथ मंदिर का महंत बनने के पश्चात योगी आदित्यनाथ ने आम जनमानस की सेवा एवं समर्पण के उद्देश्य से सक्रिय राजनीति में कदम रखा तथा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. वर्ष 1998 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें गोरखपुर संसदीय सीट से टिकट दिया और योगी जी इस चुनाव में जीतकर सांसद बन गए. योगी जी जब पहली बार सांसद बने तब इनकी उम्र महज 26 वर्ष थी. देश की बारहवीं लोकसभा में योगी जी सबसे कम उम्र के युवा सांसद थे. वर्ष 1999 में हुए लोकसभा के चुनाव में योगी जी ने अपनी जीत को बरकरार रखते हुए पुनः सांसद पद का चुनाव जीता. अब तो योगी जी भारतीय जनता पार्टी के एक प्रमुख नेता के रूप में विख्यात हो गए. और गोरखपुर सीट से सांसद के चुनाव में जीत की गारंटी भी बन गए. योगी जी ने इसके पश्चात वर्ष 2004 में तीसरी बार लोकसभा का चुनाव भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लड़ा और रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की. इसके पश्चात योगी जी ने वर्ष 2009 एवं 2014 के लोकसभा चुनावों में भी गोरखपुर संसदीय सीट से जीत हासिल की और सांसद के पद को सुशोभित किया. अब तक योगी जी लगातार पांच बार गोरखपुर संसदीय सीट से जीत हासिल कर चुके थे जो उनकी लोकप्रियता एवं आम जनमानस के प्रति जुड़ाव को दर्शाता है. योगी जी की लोकप्रियता का ग्राफ निरंतर बढ़ता जा रहा था. अब योगी जी की गिनती भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं में होने लगी और वे भारतीय जनता पार्टी के फायरब्रांड नेता के रूप में चर्चित होने लगे. अब तक योगी आदित्यनाथ की छवि एक कट्टर हिंदूवादी राजनेता की बन चुकी थी.
मुख्यमंत्री बनने की कहानी
वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश के विधान सभा चुनाव में योगी आदित्यनाथ को भारतीय जनता पार्टी ने स्टार प्रचारक बनाकर सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में खूब चुनाव प्रचार करवाया. इसका नतीजा यह रहा कि भारतीय जनता पार्टी को जनता ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करवाई. योगी जी की साफ- सुथरी एवं हिंदूवादी राजनेता की छवि को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी की विधायक दल की बैठक में उन्हें अपना नेता चुना गया. इस प्रकार से 19 मार्च 2017 को योगी जी ने उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. मुख्यमंत्री बनने के पश्चात योगी जी की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ती चली गयी. और उनकी चर्चा देश के सबसे सफल मुख्यमंत्री के रूप में होने लगी. मुख्यमंत्री बनने के पश्चात योगी जी जनता के कल्याण हेतु अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलायी जिसका परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव योगी जी के नेतृत्व में लड़ा गया और भारतीय जनता पार्टी ने पुनः योगी जी मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित किया. योगी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने पुनः बम्पर जीत हासिल की. 25 मार्च 2022 को उन्होनें पुनः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश दिनों- दिन प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं जिसका श्रेय राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है.
मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ के प्रमुख कार्य
उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के पश्चात योगी जी ने राज्य की जनता के कल्याण के लिए कई अहम् फैसले लिए. जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-
1).योगी जी ने सर्वप्रथम महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए राज्य में एंटी रोमियो अभियान की शुरुआत की जिससे महिलाओं में सुरक्षा की भावना जागृत हुई.
2).राज्य में चल रहे अवैध स्लॉटर हाउस को बंद करवाया.
3).छोटे किसानों का ऋण (कर्ज) माफ किया.
4).उत्तर प्रदेश में चल रहे माफिया राज को समाप्त किया और अपराधियों की अवैध संपत्ति को जब्त कर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की.
5).राज्य में कानून - व्यवस्था को मजबूत बनाया.
कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में एक नया मॉडल प्रस्तुत किया जिसकी सराहना देश भर में हुई.
6).अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करवाने में अहम् भूमिका निभाई तथा राम मंदिर के शिलान्यास का कार्य देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों (हाथों) से करवाया.
7).उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में लव जिहाद के विरुद्ध कानून बनाया.
8).उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में एक बहुत बड़ी फिल्म सिटी बनाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया जिससे राज्य में रोजगार के मौके बढ़ेंगे.
9).प्रदेश में निवेश बढ़ाने के लिए देश - विदेश के उद्योगपतियों के साथ बैठक कर उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया और निवेशकों की सहूलियत के लिए सिंगल विंडो सिस्टम बनाया.
10).योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को राहत देते हुए 1.27 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान किया है।
11).योगी जी ने राज्य में विद्युत व्यवस्था में भी बहुत अधिक सुधार किया है। आप के कार्यकाल में जिला मुख्यालयों में 24 घंटे बिजली, तहसीलों में 20 घंटे बिजली एवं गांवों में 16 घंटे बिजली प्रदान की जा रही है।
12).राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के सभी पर्यटन स्थलों एवं प्रमुख धार्मिक स्थलों का सौन्दर्यीकरण करवाया है।
Frequently Asked Questions
1.योगी आदित्यनाथ के माता- पिता का क्या नाम था?
उत्तर - योगी आदित्यनाथ के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट एवं माता का नाम सावित्री देवी था।
2.योगी आदित्यनाथ का जन्म कब एवं कहां हुआ था?
उत्तर-योगी जी का जन्म उत्तराखंड राज्य के पौड़ी गढ़वाल जिले के अंतर्गत पंचूर नामक गाँव (यमकेश्वर तहसील) में 5 जून सन 1972 को हुआ था।
3. योगी आदित्यनाथ ने कहां तक शिक्षा ग्रहण की है?
उत्तर- योगी आदित्यनाथ ने गणित एवं विज्ञान विषय में स्नातक (B.Sc) की उपाधि प्राप्त की है।
4.योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में पहली बार शपथ कब ली?
उत्तर-19 मार्च 2017 को योगी जी ने उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
5.योगी आदित्यनाथ दूसरी बार यूपी के मुख्यमंत्री कब बने?
उत्तर- 25 मार्च 2022 को योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
6.योगी आदित्यनाथ का असली नाम क्या है?
उत्तर- योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है।
Disclaimer: यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है। इस Blog का उद्देश्य सामान्य जानकारी उपलब्ध कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या ब्लॉग से कोई संबंध नहीं है। यदि सम्बंध पाया गया तो यह महज एक संयोग समझा जाएगा।
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