क्रिकेट पर संस्कृत में निबंध / Essay on Cricket in Sanskrit
क्रिकेट पर संस्कृत में निबंध / Essay on Cricket in Sanskrit
essay on cricket in sanskrit
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क्रिकेट-क्रीडनम्
क्रीडनं स्वास्थ्याय हितकरं भवति । सम्प्रति बहुविधानि क्रीडनानि प्रचलितानि सन्ति । तेषु क्रिकेटक्रीडनम् अत्यन्तं लोकप्रियम् अस्ति । इदं क्रीडनं प्रायः विश्वस्य सर्वेषु देशेषु क्रीड्यते, अन्तर्राष्ट्रिय क्रिकेटस्पर्धाश्च आयोज्यन्ते ।
अस्मिन् क्रीडने द्वे दले भवतः, प्रत्येक दले एकादश क्रीडकाः भवन्ति एक दल कन्दुकं प्रक्षिपति अपरञ्च कन्दुकं प्रहरति । यस्य दलस्य धावनानि अधिकानि भवन्ति तद् दल विजयं प्राप्नोति ।
क्रिकेट-क्रीडनेन शरीरं स्वस्थं स्फूर्तियुक्तं च भवति । एतेन परस्पर स्पर्द्धा सहयोग- भावना च वर्धते । इदानीं राष्ट्राणां मध्ये क्रिकेटस्पर्धा पारस्परिक, मैत्री सम्बन्ध-स्थापने सम्पर्कसूत्रतां गता ।
अतः देशस्य युवकानां स्वास्थ्य विकासाय अन्तर्राष्ट्रिय सम्बन्ध विकासाय च क्रिकेट क्रीडनस्य सम्वर्द्धनाय अस्माभिः सर्वविधः प्रयासः कर्तव्यः ।
क्रिकेट् -क्रीडाया जन्म प्रायेण षडशतवर्षेभ्यः पूर्वम् अभूत् । इंग्लेण्डस्थे एडवर्ड प्रथमस्यैकस्मात् संग्रहात् प्राप्ताया दैनन्दिन्या इदम् अवगम्यते यत् क्रिकेटस्य सर्वतः प्रथमं क्रीडनं केण्टस्थिते निवेण्डने त्रयोदश्यां शत्यां समपद्यत इति । आक्स्फोर्ड्-पुस्तकालयस्य भित्तौ एकं चित्रम् आचित्रितं विद्यते यस्मिन् द्वौ क्रिस्तधर्मगुरू क्रिकेटं क्रीडमानौ चित्रितौ स्तः । एताभ्याम् अपि अस्याः क्रीडायाः प्रारम्भविषये ज्ञातुं शक्यते ।सर्वप्रथमं ‘क्रिकेट्’ –क्रीडार्थम् एकस्याः अण्डाकारस्य वृत्ताकारस्य वा शाद्वलिताङ्गणस्य आवश्यकता भवति । अस्य आयाम-विस्तार-व्यासानां विषये नास्ति कश्चन विशिष्टः नियमः । अस्मिन् क्रीडाङ्गण(प्ले ग्राउण्ड)क्षेत्रे स्वल्पानि तृणानि अवश्यं कर्तितानि भवन्ति । उभयतः जवनिका पटो वा निबदघ्यते ।
हिंदी अर्थ
खेलना सेहत के लिए अच्छा होता है। आजकल कई तरह के खेल चलन में हैं। इनमें क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है। यह खेल दुनिया के लगभग सभी देशों में खेला जाता है और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किए जाते हैं।
इस खेल में दो टीमें होती हैं, प्रत्येक टीम में ग्यारह खिलाड़ी होते हैं एक टीम गेंद को फेंकती है और दूसरी गेंद को हिट करती है। सबसे अधिक रन बनाने वाली टीम जीतती है।
क्रिकेट खेलने से शरीर स्वस्थ और स्फूर्तिवान रहता है। इससे आपसी प्रतिस्पर्धा और सहयोग की भावना बढ़ती है। अब, राष्ट्रों के बीच क्रिकेट प्रतियोगिता आपसी, मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित करने की एक कड़ी बन गई है।
इसलिए हमें देश के युवाओं के स्वास्थ्य विकास और अंतरराष्ट्रीय संबंधों के विकास के लिए क्रिकेट खेलने को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
क्रिकेट का जन्म लगभग छह सौ साल पहले हुआ था। इंग्लैंड में एडवर्ड के संग्रह की एक डायरी से यह समझा जाता है कि क्रिकेट का पहला खेल केंट के निवेंदन में तेरहवीं शताब्दी में खेला गया था। ऑक्सफोर्ड लाइब्रेरी की दीवार पर एक पेंटिंग है जिसमें दो पादरियों को क्रिकेट खेलते हुए दिखाया गया है। ये हमें खेल की उत्पत्ति के बारे में भी बताते हैं। सबसे पहले, क्रिकेट के लिए एक अंडाकार या गोलाकार घास के मैदान की आवश्यकता होती है। इसके आयाम, चौड़ाई और व्यास के बारे में कोई विशेष नियम नहीं है। इस खेल के मैदान में छोटी घास काटनी चाहिए। निबंध के चारों ओर एक पर्दा या कपड़ा लपेटा जाता है।
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